Sad Sorry Shayari in hindi
Sad Sorry Shayari in hindi | Here we are giving Best Sad Sorry Shayari in hindi So if you to sorry anyone then just send this shayari to your lover so they can happy and forgive you.
Sad Sorry Shayari in hindi
आज मैंने खुद से एक वादा किया है,
माफ़ी मंगुगा तुझसे तुझे रुसवा किया है,
हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ,
अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है।
कहा सुना जो भी हो माफ़ करना
कुछ वादे किये ना निभाए हों तो माफ़ करना
कुछ बातें जो हम दोनों के बिच हवी
उन में कुछ भला बुरा हुवा हो तो माफ़ करना
कर देना माफ़ हम को दिल से अगर तोडा हो कभी दिल
ज़िन्दगी किया भरोशा कल कफ़न में लिपटा मिले तुम को ये दोस्त तुम्हारा
दर्द किया होता है बतायेंगे एक रोज़
प्यार की गजल सुनायेंगे किसी रोज़
थी उनकी जिद की में जाऊ उनको मानाने
मुजको ये वेहम था वो बुलायेंगे किसी रोज़
ले चला जान मेरी रूठ के जाना तेरा
ऐसे आने से तो बहेतर था न आना तेरा
वो शख्स जिसे तूने छोड़ने की जल्दी की
तेरे मिज़ाज के सोंच में ढाल भी सकता था
वो जल्दबाजी में खफा हो के चल दिया वरना
नतीजे का कोई हल निकल भी सकता था
तमाम उम्र तेरा मुताज़िर रहा मोहसिन
ये और बात थी के वो रास्ता बदल भी सकता था
सॉरी कहने का मतलब है,
कि आपके लिए दिल में प्यार है,
अब जल्दी से हमे माफ़ कर दो ऐ सनम,
सुना है आप बहुत समझदार हैं।
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।
तुम दुआ हो मेरी सदा के लिए,
मैं जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिए,
कर लेना लाख शिकवे हमसे,
मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए।
गलती तो हो गयी है,
अब क्या मार डालोगे?
माफ़ भी कर दो ऐ सनम,
ये गलफहमी कब तक पालोगे?
अगर मै हद से गुज़र जाऊ तो मुझे माफ़ करना
तेरे दिल में उत्तर जाऊ तो मुझे माफ़ करना
रात में तुझे देख के तेरे दीदार के खातिर
पल भर जो ठहर जाऊ तो मुझे माफ़ करना,
I am Sorry
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया
हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा
हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया
I am Sorry
पल भर में टूट जाए वो कसम नहीं
तुम्हे भूल जाएँ वो हम नहीं
तुम रूठी रहो हम से इस बात में दम नहीं
सॉरी बोलने से तुम न मानो इतना प्यार कम नहीं
किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं,
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं,
गुनाह हो यह ज़माने की नज़र में तो क्या,
ज़माने वाले कोई खुदा तो नहीं।
हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें
कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए
हो सकता है तरस आ भी जाये आपको
पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये…
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से…
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